भास्कर न्यूज| डबवाली।
लॉकडाउन के दौरान किसी को काम से न हटाए जाने के सरकारी आदेश का विभागीय अधिकारी पालन नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते गोरीवाला ब्लॉक में वन कर्मी को विभागीय काम से हटाए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने डीएफओ और मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर मामले में कार्रवाई करने और काम पर बहाल जाने की मांग की है।
पीड़ित बुगला राम पुत्र सरवन राम निवासी गांव गंगा ने बताया कि वह वर्ष 1993 से वन विभाग में पौधे लगाने और देखरेख करने का काम कर रहे हैं और उन्हें इसके लिए कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है, लेकिन अब 56 वर्ष की आयु में उसे बीती 15 अप्रैल को काम से हटा दिया गया है। पीड़ित बुग्ला राम ने बताया कि 15 अप्रैल के बाद उसे काम पर नहीं आने और उसकी कुछ दिन की मजदूरी भी ब्लॉक दरोगा ने ही घर आकर दे दी और काम पर आने से मना कर दिया। जिस दौरान उसने निवेदन भी किया कि सरकार के आदेश है कि लॉक डाउन में किसी को काम से नहीं हटाना है तो इस पर दरोगा ने काम के लिए ऐसे आदेश देने वालों से ही बात करने का जवाब दिया। पीड़ित ने बताया कि इसी प्रकार कुछ अन्य वृद्ध कर्मियों को वन विभाग की ओर से जिले के कई ब्लॉक में हटाया जा रहा है। उनकी नियुक्ति रेगुलर करने के लिए भी विभागीय फाइल चल रही है जिससे मामले में जांच करते हुए काम से हटाकर सरकारी आदेशों की अवहेलना करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और काम पर बहाल किए जाने की मांग की है। इस बारे में रेंज ऑफिसर रणजीत सिंह रामपुरा विश्नोईयां ने कहा कि हमने किसी कर्मचारी को नहीं हटाया है बल्कि काम नहीं होने से ठेकेदार ने किसी को हटाया होगा। हमारे ठेकेदार बलविंदर सिंह का अनुबंध 31 मार्च को खत्म हो गया और ठेकेदार को समय नहीं होने से मजदूरी का रुपया हमारे दरोगा ने उसके घर दिया है। इसमें कोई गलत नहीं है। जुलाई में काम आने पर दोबारा बुला लिया जाएगा।
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source https://www.bhaskar.com/local/haryana/hisar/fatehabad/news/removes-forest-worker-during-lockdown-127302957.html
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