भिवानी, 15 अप्रैल : कई बार मरीज के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी अन्य व्यक्ति से रक्त लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में रक्त की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरुरतमंद को जीवनदान मिल सकता है। यह जानकारी देते हुए शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने बताया कि आज भिवानी के दो निजी अस्पतालो में देर रात दाखिल महिला मरीज के लिए छह यूनिट ऐ पोजटिव प्लेटलेट की जरूरत पड़ी व एक अन्य अस्पताल में दाखिल गर्भवती महिला मरीज के लिए ऐबी पोजटिव होल ब्लड की जरूरत पड़ी कही भी ब्लड ना मिलने पर परिजनों ने रक्तवीर राजेश डुडेजा से सम्पर्क किया तो उन्होंने तुरंत ही सूचना व्हाट्सएप पर ग्रुप में डाली तो ब्लड बैंक में सक्रिय रक्तदाता विनोद मित्तल, तरुण कुमार ,अजय कुमार, अशोक कुमार, सूरदर्शन, मनीष कौशिक व विनोद सरोहा ने पहुँच कर रक्तदान किया । इस मौके पर शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने रक्तदाताओं से कहा कि कई बार सडक़ दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों या गर्भवती महिलाओं को रक्त की कमी की समस्या झेलनी पड़ती है। ऐसे में इस प्रकार लगाए जाने वाले रक्तदान शिविर उन जरूरमंद व्यक्तियों की जान बचाने में लाभकारी साबित होते है। इसीलिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रक्तदान जैसे महापुण्य के कार्य में भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्त को कृत्रिम रूप से बनाया नहीं जा सकता है। यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है इसकी आपूर्ति का कोई अन्य विकल्प नहीं है। ऐसे में किसी जरूरतमंद की मदद के लिए रक्तदान ही एकमात्र जरिया है। इस अवसर पर राय सिंह व डॉ मंदीप पंघाल, लेब टेक्नीशियन योगेश जांगड़ा उपस्थित थे।
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